गुर्दे की पथरी के लिए सरलोपचार

आज-कल गुर्दे की पथरी की समस्या आम हो गई है। हमारा खान-पान, विहार-विचार, आधुनिकता से बढ़ती धारणाएँ, निसर्ग पर हो रहा प्रदूषण, प्रदूषण के प्रभाव से प्रभावित खाद्यपदार्थों का सेवन, खाद्यपदार्थों पर रासायनिक खाद का प्रयोग, रासायनिक प्रक्रिया इ. अनेक बातों से हमारे गुर्दे प्रभावित होकर रोगग्रस्त हो रहे हैं। गुर्दे के उपचार हेतु हम बहुत पैसा खर्चा कर देते हैं। थोड़ी सूझ-बूझ से हम इस रोग से राहत पा सकते हैं। अपने आहार से कुछ चीज़ों को नदारद करें और कुछ को अपनाएँ।

  1. करेला: कड़वे करेले का सेवन गुर्दे की पथरी पर रोक लगा सकता है। करेले में मैग्नेशियम और फॉस्फोरस होता है, जो पथरी को बनने से रोकने में सक्षम होते हैं। करेला कड़वा है पर पथरी पर रामबाण की तरह कार्य करता है।
  2. केला: केले में विटामिन बी 6 होता है, जो क्रिस्टल को बनने से रोकता है, तोड़ता है।
  3. प्याज़: प्याज़ के रस के सेवन से गुर्दे की पथरी से निजाद पाया जा सकता है। इसमें ऐसे तत्त्व होते हैं, जो पथरी के छोटे-छोटे टुकड़े करते हैं। प्रतिदिन सुबह खाली पेट 1/2 कप प्याज़ के रस के सेवन से पथरी में लाभ होता है।
  4. अंगूर: अंगूर प्राकृतिक मूत्रवर्धक के रूप में उत्तम रूप से कार्य करता है क्योंकि इसमें पोटैशियम, नमक और पानी की मात्रा भरपूर होती है। अंगूर में एल्ब्यूमिन और सोडियम फ्लोराइड की मात्रा कम होती है इसलिए गुर्दे की पथरी के उपचार के लिए इसे बहुत उत्तम माना जाता है।
  5. नींबू रस + जैतून का तेल: नींबू का रस और जैतून तेल का मिश्रण गुर्दे की पथरी के लिए सबसे प्रभावी प्राकृतिक उपचार है। पथरी के कारण होनेवाले दर्द से राहत पाने के लिए 1/2 कप नींबू के रस में 1/2 कप ऑर्गेनिक जैतून का तेल मिलाकर सेवन करने से आराम मिलता है।
  6. तुलसी: तुलसी की चाय गुर्दे की पथरी के समाधान के लिए आदर्श होती है। शुद्ध तुलसी का रस सेवन करने से पथरी मूत्रद्वारा निकलने में सहायक होती है। तुलसी रस को शहद के साथ 15-20 दिन तक लगातार दिन में 2 बार लेने से बहुत लाभ होता है।
  7. नारियल पानी: गुर्दे की पथरी में ज़्यादा से ज़्यादा नारियल पानी पीने से पथरी टूटने लगती है और मूत्र द्वारा निकलती है।
  8. गाजर, मीठी आलू (रतालू), जर्दालू का सेवन अत्यंत फायदेमंद होता है क्योंकि इनमें भरपूर प्रमाण में ‘अ’ जीवनसत्व होते हैं।

इन चीजों से बचें

चॉकलेट, पालक, स्ट्रॉबेरी, कॉफी, दूध, दूग्धयुक्त पदार्थ, कैल्शियमयुक्त पेय।

संकलन

नीता बरेलीकर

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