अनार शब्द सुनते ही एक कहावत का स्मरण हो जाता है ‘एक अनार सौ बीमार।’ चौकिए मत, अनार बीमारियों का घर नहीं है, बल्कि यह तो हमारे शरीर के लिए काफी फायदेमंद होता है। एक अनार सौ बीमारियों पर उपयुक्त है। इसके साथ सबसे अच्छी बात यह है कि यह पूरे साल उपलब्ध रहता है। हालाँकि कई लोग पौष्टिक फल की श्रेणी में इस शानदार फल को कम आँकते हैं।

इस फल में भरपूर मात्रा में फाइबर, फोलिक ऐसिड, विटामिन ए, सी, ई और के होता है। इसके अलावा अनार में मैग्नेशियम, फास्फोरस, पोटेशियम, कैल्शियम और विटामिन बी कॉम्प्लेक्स प्रचुर मात्रा में होते हैं।

अनार पर हुए 194 से ज़्यादा खोज़ प्रयोगों के अध्ययन से यह निश्चित हुआ है कि सभी फलों से अनार सबसे ज़्यादा स्वास्थ्यकारक फल है।

यह सुपर फ्रूट टाईप-2 डायबिटीज, आँतों और प्रोस्टेट के कैंसर का मुकाबला करता है तथा खिलाड़ियों की ऐथलेटिक कार्यक्षमता को बढ़ाने में भी उपयोगी है। आज दुनियाभर में कई सारी युनिवर्सिटीज में अनार के औषधि गुणों पर संशोधन हो रहा है। सभी अध्ययनों से यह बात तो साबित हुई है कि अनार के अंदर ना सिर्फ पौष्टिक तत्त्व होते हैं बल्कि अनार में एंटी ऑक्सीडंटस् और फायटो केमिकल्स प्रचुर मात्रा में होते हैं।

अनार के अंदर पॉलीफीनॉल नामक एंटी ऑक्सीडंट पाया जाता है, जो रक्त वाहिनियों के अंदर फैट को जमने नहीं देता। पॉलीफीनॉल रक्त वाहिनीयों को आकुंचित और विस्फारीत करके खून के बहाव का नियमन करता है।

एक नई खोज अध्ययन से पता चला है कि अनार हमारे धमनियों में जमा फैट को जलाकर तथा उनमें खून के बहाव को कार्यक्षम करके, धमनियों के स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है। बार्सीलोना कॅटलॅन इन्स्टिट्यूट फॉर कार्डिओ व्हॅस्क्युलर सायन्सेस इस संस्था में हुए इस अध्ययन में यह तथ्य खोजे गए हैं कि पॉलीफीनॉल, रक्त की धमनियों को सख्त होने से बचाता है, जो हार्ट अटैक आने का महत्वपूर्ण कारण है।

अनार के स्वास्थ्य लाभ

  • प्रतिदिन अनार के जूस से शरीर का रक्त का संचालन अच्छी तरह से होता है।
  • अनार खाने से ब्रेस्ट, प्रोस्टेट और फेफड़ों के कैंसर होने की संभावना कम रहती है।
  • अनार के सेवन से हार्ट अटैक और स्ट्रोक के खतरे को भी कम किया जा सकता है।
  • अनार रक्त में आयरन की कमी को दूर करता है और अनीमिया जैसी बीमारियों से छुटकारा दिलाता है।
  • गर्मियों में सही खान-पान के लिए अनार को भी अपने आहार में शामिल करना चाहिए। इससे पाचन संबंधी समस्याओं में आराम मिलता ही है, साथ ही इसके नियमित सेवन से धमनियाँ भी ठीक रहती हैं।
  • अनार के सेवन से त्वचा में निखार आता है इसलिए स्वस्थ त्वचा के लिए अनार जूस का सेवन कर सकते हैं।
  • अनार खाने से दाँत संबंधी समस्याओं से निजात पाया जा सकता है।
  • वे गर्भवती महिलाएँ जो अनार के जूस का सेवन करती हैं, उनका बच्चा स्वस्थ होता है।
  • अनार से अधिक उम्र के लोगों को होनेवाली अल्जायमर नामक बीमारी से भी छुटकारा मिलता है।
  • लंबी उम्र और अधिक ऊर्जावान रहने के लिए नियमित रूप से अनार के जूस का सेवन करना चाहिए।
  • अनार प्यास को बुझाता है और मस्तिष्क को बल देता है।
  • पेट की अग्नि को शांत करता है।
  • अनार का जूस खून में ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ाता है।
  • इसका एंटी ऑक्सीडंट कोलेस्ट्रोल को कम करता है, फ्री रेडिकल्स से बचाता है और खून का थक्का बनने से रोकता है।
  • अनार गठिया रोग से पीड़ित व्यक्ति के कार्टिलेज को नुकसान पहुँचने से बचाता है।
  • अनार का जूस मिचली पैदा होने से भी बचाता है।
  • यह दस्त में असरदार है।
  • अनार के सेवन से वजन नहीं बढ़ता है क्योंकि यह बिना कैलोरीवाला फल है।
  • इस फल से हड्डी को मजबूती मिलती है और कार्टिलेज विकृत होने से बचता है।
  • रक्तचाप कम करने के लिए भी अनार काफी अच्छा माना जाता है।
  • अनार के बीजों को बारीक पीसकर लेप करने से टूटी हड्डी जुड़ जाती है।
  • अनार के रस का सेवन शहद के साथ करने से पाचक क्रिया सुदृढ़ होती है।
  • वमन की शिकायत नहीं होती है।
  • बच्चों के खाँसी और साँस फूलने पर अनार के पेड़ की छाल चूसना और रस पीना लाभदायक है। इस रस में काली मिर्च डालना अति उत्तम है।
  • अनार की छाल का मंजन यदि फिटकरी से मिलाकर बनाया जाए तो यह दाँतों के रोगों को दूर करता है।
  • अनार का रस पेट के कीड़ों को समाप्त करने का एक आजमाया हुआ नुस्खा है।
  • अनाकर के सूखे छिलकों को पानी में उबालकर मुँह की दुर्गंध दूर करने के लिए उपयोग में लाया जा सकता है।
  • अनार का सूखा छिलका कूट-पीसकर दही के साथ पेस्ट तैयार करके, सिर पर मलने से इससे बाल मुलायम होते हैं।
  • अनार के अंदर पाई जानेवाली सफेद झिल्ली को एकत्र करके सुखाकर जलाएँ। इसका प्रयोग अंजन की भाँति आँखों में करने से आँखों की निर्बलता दूर होती है।
  • अनार का जूस पीने से युरिनरी इनफेक्शन में लाभ मिलता है।

डॉ. सारंग पाटील, B.N.Y.S., Ph.D. (Psychophysiology)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You might like also

स्वास्थ्य हेतु लाजवाब मनभावन शरबत

मुनक्कों का शरबत सामग्री ः  15-20 मुनक्का, 1 नींबू, आधा चम्मच शहद, तीन गिलास पानी। विधि ः मुनक्कों को रातभर पानी में भिगोकर रख दें। फिर उनके

स्वास्थ्यवर्धक पेय

छाछ नियमित रूप से छाछ का सेवन करनेवाला व्यक्ति रोग-व्याधियों से मुक्त रहता है। इतना ही नहीं, छाछ सेवन के कारण ठीक हुई व्याधि पुनः