कुछ लोक दूसरों के मुकाबले ज्यादा जल्दी बीमार पड जाते हैं। इसकी सबसे मुख्य वजह होती है, ‘कमजोर इम्युनीटी’ यानी शरीर की ‘रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होना।’ स्वस्थ रहने के लिए जरूरी है कि, आपका इम्युन तंत्र मजबूत हो, जबकि अव्यवस्थित शहरी दिनचर्या में इम्युन तंत्र कमजोर हो जाता है।
क्या है इम्युनिटी?
इम्यूनिटी शरीर का बीमारियों और संक्रमण के प्रति प्राकृतिक प्रतिरक्षा तंत्र है। प्रतिदिन कई बैक्टीरिया, वायरस और रोगाणु हमारे शरीर पर हमला करते हैं। हमारा शरीर उसके विरूद्ध प्रतिरोधक दिखता है और इस प्रतिरोधक का स्तर इस पर निर्भर करता है कि, हमारा इम्यून सिस्टम कितना प्रभावशाली है।
इम्यून सिस्टम का काम।
इम्यून सिस्टम हमारे शरीर का एक नेटवर्क है। आंखों से दिखाई न देने वाले परजीवी, वायरस, बैक्टरिया तथा अन्य कई प्रकार के सूक्ष्मजीवों का हमारे शरीरपर आक्रमण होता है। यह आक्रमण कभी-कभी नही बल्कि हमेशा होता रहता है। शरीर के कुछ दुश्मन शरीर के अन्दर भी होते हैं। जैसे टॉक्सिन आदि। इनसे लडने और शरीर को इनके हानिकारक प्रभाव से बचाने का काम इम्यून सिस्टम करता है।
यह क्यों हो जाते है कमजोर?
- कई तत्त्व इम्यून तंत्र को प्रभावित करते हैं, जिनमें जीवनशैली संबधी आदतें, बीमारी मौसम में बदलाव एलर्जी प्रमुख है।
- रसायनों और रेडिशन के एक्सपोजर, इम्यून तंत्र को कमजोर कर देती है।
- पोषक भोजन न खाना, नियमीत समय पर न खाना, देर रात तक जागना, शारिरीक रूप से सक्रिय न रहना भी इसके कारण है।
पाचन तंत्र हिट, तो इम्यून तंत्र फिट!
आयुर्वेद के अनुसार अच्छे स्वास्थ्य के लिए पाचन तंत्र का दुरुस्त होना बहुत जरूरी है। बेहतर भोजन और इसका ठीक तरह से पाचन हो जाए तो इम्यून तंत्र ठीक रहता है। लगभग 80 प्रतिशत इम्यून तंत्र तो खानपान पर ही निर्भर करता है। साबुत अनाज, हरी सब्जियाँ, फलियां और दालें अधिक मात्रा में खायें, लेकिन साँस, मसाले, कार्बोनेट ड्रिंक, अल्कोहल और कैफिन के सेवन से जितना बच सकें, बचें।
जरूरी चिजें
अपने भोजन में कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ जरूर शामिल करें जो शुद्ध और विटामिन्स और मिनरल्स से भरपूर होते हैं।
खट्टे फल
ये विटामिन सी से भरपूर होते हैं और संक्रमण से बचाने में काफी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। फलों को साबूत रूप से खाएं, ताकि फाइबर भी मिल जाए।
- दही- एक कटोरी दही अपने भोजन में अवश्य शामिल करें, क्योंकि इसमें पाए जानेवाले बैक्टरिया शरीर को संक्रमण से लडने मेें सहायता करते हैं।
- लहसुन – इसमें एंटी-बैक्टीरीयल, एंटी-वायरल, विशेषतांए होती है। यह सर्दी, खांसी के साथ ट्युमर, अल्सर, सिरदर्द, कैंसर और दूसरी बीमारीयों से बचाता है।
- अदरक-पसीने के निर्माण को बढा देता है, जो शरीर से टॉक्सिन और रोगाणुओं को बाहर निकालता है।
खूब पानी पीयें।
ढेर सारा पानी पीयें, यह किडनी की कार्यप्रणाली को चुस्त दुरूस्त रखने और शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने के लिए बहुत जरूरी है।
भरपूर सोयें।
आपके शरीर और मस्तिष्क को ठीक ढंग से काम करने के लिए 6-8 घंटे की नींद बहुत जरूरी है। अगर आप पर्याप्त नींद नहीं लेंगे तो इम्यून तंत्र को पुननिर्माण के लिए समय नहीं मिलेगा और वह कमजोर हो जाएगा।
साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें।
अपने आसपास के वातावरण को साफ रखें। फल और सब्जियों को खाने और पकाने से पहले अच्छी तरह से धो लें। अपने शरीर और कपडों की साफ-सफाई का भी ख्याल रखे, क्योंकी गंदगी के कारण संक्रमण की चपेट में आने का खतरा बढ जाता है।
तनाव न लें।
तनाव भी अप्रत्यक्ष रूप से इम्यून सिस्टम को प्रभावित करता है। तनाव से पाचन तंत्र प्रभावित होता है। जिससे इम्यून तंत्र कमजोर पड जाता है।
व्यायाम व योग करें।
व्यायाम और योग व्यक्ति को शारिरीक रूप से स्वस्थ और मानसिक रूप से संतुलित बनाते हैं। शारिरीक इम्यूनिटी बढाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है।