‘हाई ब्लडप्रेशर, जिसके लक्षण प्रायः कम दिखते हैं, खुद में एक खामोश खतरा होता है जो कई तरह से सेहत को नुकसान पहुंचाता है। यह हार्ट अटैक का जोखिम बढाता हैं, साथ ही किडनी को भी प्रभावित करता है।’
क्या आप अकेलापन महसूस करते हैं? यदि हां, तो यह आपकी सेहत के लिए नुकसानदेय है, और यदि आपकी उम्र 50 वर्ष से ज्यादा है, तब तो यह रक्तचाप बढाता है, और रक्तचाप का बढना अनेक बीमारियों को आमंत्रित करता है। हाल ही में अमेरिका की एक युनिवर्सिटी में हुए अध्ययन में यह जापकारी सामने आई है, जिसमें पाया गया कि, दुसरे लोगों के साथ संबंधों का अभाव, न सिर्फ हमें नाखुश बनाता है बल्कि हमारी सेहत को चौपट करने में भी बडी भुमिका निभाता है। अध्ययन कर्ता मनोवैज्ञानिकों ने चार वर्षो के अंतराल में पाया कि, अकेलेपन और बढे हुए रक्तचाप में सीधा संबंध है। यह बढा हुआ रक्तचाप उम्र, धुम्रपान और मोटापे जैसे अन्य कारणों से मुक्त है। न ही इसका संबंध डिप्रेशन और तनाव से है। शोधकर्ता डॉ लुइस हॉकले ने ‘साइकोलॉजी एंड एजिंग’ में प्रकाशति लेख में बताया है कि, ‘अकेलेपन का प्रभाव इस तरह देखा गया है मानो कि, यह स्वयं ही सेहत को जोखिम में डालने वाला बडा कारक है।’