लम्बे समय तक बैठने से भी हमारे शरीर में कुछ ऐसे परिवर्तन होने लगते हैं जो कि हानिकारक होते हैं। भले ही हम इन पर गौर न कर पाते हैं। उदाहरण के लिए, अगर हम टीवी के सामने लम्बे समय तक बैठे रहते हैं तो यह भी हानिकारक है और इससे व्यक्ति कई तरह की बीमारीयों का शिकार हो सकता है।
आमतौर पर हम दफ्तरों में भी करीब 8-10 घंटे तक कम्प्युटर के सामने बैठे रहते हैं और यह स्थिती भी निरापद नहीं है, क्योंकी इस कारण से आपके सिर से लेकर पैर तक बीमारीयाँ अपनी मौजूदगी बना सकती है।
हाई ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल-लम्बे समय तक बैठने से विभिन्न अंगों को नुकसान हो सकता है। लम्बे समय तक बैठे रहने से उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) की समस्या हो सकती है और कोलेस्ट्रॉल बढ सकता है।
मांसपेशियों में कमजोरी- आप बैठे रहते हैं तो पीठ और पेट की मांसपेशियां ढीली पडने लगती हैं। इसी स्थिती के चलते आपके कुल्हे, पैरों की मांसपेशियां कमजोर पडने लगती हैं।
ऑस्टियोपोरोसिस- लम्बे समय तक बैठे रहने से लोगों का वजन भी बढता है और परिणामस्वरूप कुल्हे और इसके निचे के अंगों की हड्डियां कमजोर हो जाती है। शारीरिक सक्रियता की कमी के कारण ही ऑस्टियोपोरोसिस या अस्थि-सुषिरता जैसी बीमारीयां आम होती जा रही हैं।
गर्दन में तनाव- लम्बे समय तक कम्प्यूटर पर बैठने या टाइप करने से गर्दन भी सख्त हो जाती है। इस अस्वाभाविक हालत का परीणाम यह होता हैं की, गर्दन में तनाव पैदा हो जाती है। इसके कारण कंधों और पीठ में भी दर्द होने लगता है।
पीठ पर बुरा असर-एक जैसी स्थिती में बैठे रहने से रीढ की हड्डि की नमनीयता की विशेषता दुष्प्रभावित होती है और इसमें डिस्क क्षतिग्रस्त भी हो सकते हैं। इसलिए सही अवस्था में बैठने के लिए उपाय करने चाहिए।