एनिमिया के लिए फायदेमंद: चुकंदर एनिमिया के उपचार में बहुत उपयोगी माना जाता है। यह शरीर में रक्त बनाने की प्रक्रिया में सहायक होता है। आयरन की प्रचुरता के कारण यह लाल रक्त कोशिकाओं को सक्रिय रखने की क्षमता को बढा देता है। इसके सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता और घाव भरने की क्षमता भी बढ जाती है।
पाचन क्रिया : चुकं दर का ज्यूस उल्टी, पीलिया, हैपेटाइटिस् आदि के उपचार में लाभदायक होता है। इन बीमारियों में चुकंदर के ज्यूस के साथ एक चमच नींबू का रस मिलाकर तरल भोजन के रूप में दिया जा सकता है। साथ ही गैसटिक व अल्सर के उपचार के दौरान नाश्ते से पहले एक गिलास चुकंदर के ज्यूस में एक चमच शहद मिलाकर पीने से छुटकारा होता है।
कब्ज और बवासीर : चुकंदर का नियमित सेवन करेंगे, तो कब्ज की शिकायत नहीं होगी। बवासीर के रोगियों के लिए भी यह काफी फायदेमंद होता है। रात में सोने से पहले एक गिलास या आधा गिलास ज्यूस दवा का काम करता है।
रूप निखरेगा : रूसी हो जाए छूमंतर। चुकंदर के रस (काढे) में थोडा सा सिरका मिलाकर सिर में लगाएं। या फिर चुकंदर के पानी में अदरक के टुकडे को भिगोकर रात में सिर की मालिश करें। सुबहबाल धो लें। रूसी से निजात मिलेगा।